यहां हम बच्चों के लिए 4 बाल हास्य कविताएँ दे रहे हैं, अगर आप बच्चों का हिंदी वर्णमाला सिखाना चाहते है तो यहां जाए - हिंदी वर्णमाला एवं व्यंजनमाला में और अगर आप उन्हें पक्षियों के नाम बताना चाहते है तो यहां जाए - 50 बर्ड्स नेम पीडीएफ
गुदगुदाने के लिए, हास्य कविता बच्चों के लिए
बन्दर की शादी
हम तो बन्दर की शादी में जाएगें
खूब मस्ती करेगें, धूम मचायेंगे।
कुत्ता भैया आएगा, सीक कबाब लाएगा,
प्यार से वो बोलेगा, भौ.....भौ....भौ....।
हम तो बंदर की शादी में जाएगें,
खूब मस्ती करेगें, धूम मचायेंगे।
बिल्ली मौसी आएगी, रसमलाई लाएगी,
प्यार से वो बोलेगी, म्याऊँ...म्याऊँ...म्याऊँ।
हम तो बंदर की शादी में जाएगें,
खूब मस्ती करेगें, धूम मचायेंगे।
चिड़िया रानी आएगी, दाल का दाना लाएगी,
प्यार से वो बोलेगी, ची...ची.....चीकृ।
हम तो बंदर की शादी में जाएगें,
खूब मस्ती करेगें, धूम मचायेंगे।
शेर दादा आएगा, मास का टुकड़ा लाएगा,
प्यार से वो बोलेगा, गुर्र....गुर्र...गुर्र।
एक, दो, तीन, चार
एक, दो, तीन, चार
आओ चलें कुतुब मीनार।
पांच, छः, सात, आठ
देखें चल के राजघाट।
नौ, दस, ग्यारह, बारा
चलें चांदनी चौक फव्वारा।
तेरा, चौदा, पन्द्रा, सोला
कनाट प्लेस में मुर्गा बोला।
कहे कबूतर गुटरूगूं
कहे कबूतर गुटरूगूं-गुटरूगूं भाई गुटरूगूं
बोलूं या चुप हो जाऊं,
रूकूं यहां या उड़ जाऊं,
दाने बिन बिन कर खाऊं,
दुपहर है क्या सुस्ताऊं ?कहो कहां पर छिप जाऊं,
नहीं यहां पर फिर आऊं?
बार-बार तुम से पूछूं,
जो भी कह दो वही करूं,
गुटरूगूं भाई गूटरूगूं।
लेकिन इतना मुझे पता,
देता हूं मैं अभी बता,
जिस दिन चला गया उड़कर
देखा फिर ना इधर मुड़कर।
तुम पीछे पछताओगे,
बस मन में दुहराओगे,
अब मैं कैसे, कहां सुनूं,
गुटरूगूं भाई गुटरूगूं।
बबूता का जूता